आज की कक्षा (13-11-2024) की चर्चा के मुख्य केंद्र बिंदु:- सुन्दरीतापिन्युपनिषद् में आया है कि त्रिपुरेश्वेरी विद्या का स्पष्ट उच्चारण करके जातवेदसे इत्यादि ऋचा का उच्चारण करे का क्या अर्थ है जातवेदा = अग्नितत्व का नान है, वह अग्नि सभी पदार्थो के भीतर विद्यमान है, पदार्थ के भीतर जो उर्जा के रूप में विद्यमान है …
आज की कक्षा (05-11-2024) की चर्चा के मुख्य केंद्र बिंदु:- सिद्धान्तसारोपनिषद् में आया है कि वह प्रणवस्वरूप ॐ आत्मलिंग है जो परम चिद् विलास एवं समष्टि के आकार वाला अति निर्मल – निर्दोष आत्मलिंग – निराश्रय अनन्त कोटि सुर्य प्रकाश से उज्जवल है तथा अनन्त उपनिषद् के अर्थ स्वरूप तथा अखिल प्रमाण (प्रत्यक्ष – अनुमान …