कक्षा (22-11-2024) की चर्चा के मुख्य केंद्र बिंदु:- सुन्दरीतापिन्युपनिषद् में आया है कि योगी को स्वर के साथ अपने मनोभाव को लीन कर देना चाहिए, स्वर के साथ संयुक्त करने से परम भाव की प्राप्ति होती है, स्वर से भिन्न भाव से ईष्ठ भाव की प्राप्ति नहीं होती, वह ईष्ट भाव ही निष्कल्प, र्निविकल्प, निरंजन बह्म …
आज की कक्षा (20-11-2024) की चर्चा के मुख्य केंद्र बिंदु:- सुन्दरीतापिन्युपनिषद् में आया है कि गांयत्री – सावित्री – सरस्वती, ये सब मिलकर अजपा मातृका का स्वरूप बनाती है, उस मातृका से ही सम्पूर्ण विश्व व्याप्त है, ऐं वागीश्वरी को हम जाने, क्लीं कामेश्वरी शक्ति को हृदय में धारण करें, वह सौं शक्ति हमें प्रेरित …
आज की कक्षा (18-11-2024) की चर्चा के मुख्य केंद्र बिंदु:- सुन्दरीतापिन्युपनिषद् में ॐ नमः (तीन अक्षर), भगवते (चार अक्षर), वासुदेवाय (पाच अक्षर), यह भगवान विष्णु का द्वादाक्षर मंत्र है, इस मंत्र का उपासना करने वाला सब उपद्रवो से बच जाता है, वह पूर्ण आयु प्राप्त कर लेता है, श्रेष्ठ संतान का पिता हो जाता है, …