Panchkosh Yoga: A practical tool for "Self Awakening"
कक्षा (27-02-2025) की चर्चा के मुख्य केंद्र बिंदु:- बृहदआरण्यकोपनिषद् में शाकल्य ने याज्ञवल्क्य जी से प्रश्न किए तथा अन्त में शाकल्य जी ने पूछा कि आप किसमें प्रतिष्ठित है, याज्ञवल्क्य ने कहा प्राण में, शाकल्य ने फिर पूछा प्राण किसमें स्थित है, उत्तर मिला अपान में, फिर पूछा अपान किसमें स्थित है, उत्तर मिला व्यान …
कक्षा (20-02-2025) की चर्चा के मुख्य केंद्र बिंदु:- गायंत्रीपनिषद् के पंचम कंडिका में आया है कि भर्गो देवस्य धीमहि का वर्णन किया गया है, व्रत से ही ब्राह्मण तेजस्वी, परिपूर्ण व अभिक्षीण होता है, को कैसे समझे व्रत (तपस्या) से ही ब्राह्मण तेजस्वी रहेगा, तप में सबसे बडा तप ब्रह्मचर्य है ब्राह्मण वह जो ब्रह्म …
© 2025 Panchkosh Sadhana. Built using WordPress and the Materialis Theme